हेलो दोस्तों!
आज हम बात करेंगे एक ऐसी वेबसाइट के बारे में जो स्कूलों और शिक्षा से जुड़ी है – udiseplus.gov.in। अब आप सोच रहे होंगे कि यह कौन सी वेबसाइट है और इसका क्या काम है? तो चलिए, एकदम सरल भाषा में समझते हैं।
1. UDISE+ क्या है?
सबसे पहले दोस्तों, हमें ये समझना होगा कि UDISE+ का मतलब क्या है। UDISE+ का पूरा नाम है “Unified District Information System for Education Plus”। यह वेबसाइट भारत के स्कूलों के लिए एक डेटाबेस की तरह है। जब हम डेटाबेस कहते हैं, तो इसका मतलब है कि यहां स्कूलों से जुड़ी सारी जानकारी जैसे कितने बच्चे पढ़ रहे हैं, कितने टीचर हैं, स्कूल में क्या सुविधाएं हैं, ये सब रिकॉर्ड रखा जाता है।
अब सोचिए, अगर किसी के पास पूरे भारत के स्कूलों की जानकारी एक ही जगह मिल जाए, तो कितना मजा आएगा! यही काम UDISE+ करता है। इसके जरिए सरकार और बाकी लोग स्कूलों की जानकारी को समझते हैं और यह देखते हैं कि किस स्कूल में सुधार की जरूरत है।
2. UDISE+ क्यों जरूरी है?
अब बात करते हैं कि यह वेबसाइट इतनी जरूरी क्यों है। दोस्तों, हमारे देश में लाखों स्कूल हैं और हर स्कूल के बारे में सब कुछ जानना और उसे एक जगह इकट्ठा करना बहुत बड़ा काम है। पहले जब UDISE नहीं था, तो इस तरह की जानकारी को इकट्ठा करना मुश्किल होता था। हर साल लाखों स्कूलों से जानकारी इकट्ठा करनी पड़ती थी, और उसमें बहुत समय लगता था।
लेकिन UDISE+ के आने से सब आसान हो गया है! अब हर स्कूल अपने बारे में सारी जानकारी ऑनलाइन भरता है, और वो सीधा सरकार तक पहुंचती है। इससे समय की बचत होती है और जानकारी भी एकदम सही होती है। इससे सरकार को यह समझने में मदद मिलती है कि कहाँ शिक्षा में सुधार की जरूरत है और कहां पर सब अच्छा चल रहा है।
3. UDISE+ से किसे फायदा होता है?
अब सोचिए दोस्तों, यह वेबसाइट सिर्फ स्कूलों या सरकार के लिए ही नहीं, हम जैसे छात्रों और माता-पिता के लिए भी बहुत फायदेमंद है। आप कैसे पूछोगे? तो सुनिए…
- छात्रों के लिए: अगर हम जानना चाहें कि हमारे स्कूल में कितनी सुविधाएं हैं, तो UDISE+ से हमें सारी जानकारी मिल जाती है। हमें यह भी पता चलता है कि कितने टीचर हैं, कितने बच्चे हमारे जैसे स्कूल में पढ़ रहे हैं।
- अभिभावकों के लिए: माता-पिता भी जानना चाहते हैं कि उनके बच्चों का स्कूल कैसा है, और वह इसे UDISE+ पर देख सकते हैं। इससे उन्हें यह जानने में मदद मिलती है कि स्कूल में उनके बच्चों के लिए क्या-क्या सुविधाएं हैं।
- सरकार और शिक्षा विभाग के लिए: सरकार इस जानकारी का इस्तेमाल करती है यह देखने के लिए कि कहाँ पर स्कूलों की स्थिति में सुधार की जरूरत है। किस जिले में शिक्षा की स्थिति बेहतर है, और किस जिले में समस्याएं हैं।
4. UDISE+ में किस तरह की जानकारी होती है?
तो दोस्तों, अब यह समझते हैं कि UDISE+ में किस तरह की जानकारी होती है। यह वेबसाइट बहुत सारी जानकारी इकट्ठा करती है, जैसे:
- स्कूलों की संख्या: कितने स्कूल हैं, प्राइवेट और सरकारी दोनों।
- बच्चों की संख्या: कितने बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं।
- टीचर्स की संख्या: स्कूल में कितने टीचर हैं।
- सुविधाएं: स्कूल में कौन-कौन सी सुविधाएं हैं जैसे कि लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, खेल का मैदान, टॉयलेट आदि।
- स्कूल की बिल्डिंग की स्थिति: स्कूल की बिल्डिंग कैसी है, कितनी पुरानी है, और क्या उसकी मरम्मत की जरूरत है।
इस जानकारी के जरिए सरकार यह देख सकती है कि कौन से स्कूलों को और ज्यादा सुविधाएं देने की जरूरत है और कौन से स्कूल अच्छे से काम कर रहे हैं।
वेबसाइट द्वारा योजना
दोस्तों, UDISE+ वेबसाइट पर कई महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी होती है, जिनका मकसद स्कूलों और शिक्षा से जुड़े हर व्यक्ति को लाभ पहुंचाना है। चलिए जानते हैं कि ये कौन-कौन सी योजनाएं हैं और कैसे ये हमारे लिए उपयोगी हैं।
1. समग्र शिक्षा अभियान (Samagra Shiksha Abhiyan)
यह योजना स्कूल शिक्षा को मजबूत करने और इसे सभी बच्चों तक पहुँचाने के लिए बनाई गई है। इसका उद्देश्य न सिर्फ स्कूल की बुनियादी सुविधाओं में सुधार करना है, बल्कि शिक्षा के स्तर को भी बेहतर बनाना है।
- कैसे काम करती है: समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्कूलों को फंड दिए जाते हैं ताकि वे अपनी सुविधाओं को सुधार सकें। इसमें स्कूलों के लिए लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, टॉयलेट, खेल का मैदान जैसी जरूरी चीजों का इंतजाम किया जाता है।
- कैसे प्राप्त करें: स्कूलों को UDISE+ पर अपनी जानकारी भरनी होती है, जिसके आधार पर उन्हें इस योजना के तहत फंड दिए जाते हैं।
2. मिड-डे मील योजना (Mid-Day Meal Scheme)
यह योजना बच्चों को स्कूल में पौष्टिक भोजन देने के लिए चलाई जाती है। इसका उद्देश्य है कि बच्चे स्वस्थ रहें और उनकी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित रहे। इस योजना से लाखों बच्चों को स्कूलों में मुफ्त मिड-डे मील मिलता है।
- कैसे काम करती है: सरकार हर स्कूल को मिड-डे मील के लिए फंड और भोजन सामग्री उपलब्ध कराती है। इससे स्कूल में बच्चों को रोजाना दोपहर का भोजन दिया जाता है।
- कैसे प्राप्त करें: सभी सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूल इस योजना का हिस्सा होते हैं। छात्र स्कूल में जाकर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
3. आरटीई (Right to Education) अधिनियम
आरटीई या शिक्षा का अधिकार अधिनियम का उद्देश्य है कि सभी बच्चों को 6 से 14 साल तक मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा दी जाए। यह योजना इस बात को सुनिश्चित करती है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रह सके।
- कैसे काम करती है: इस अधिनियम के तहत हर बच्चा, चाहे वो किसी भी आर्थिक स्थिति से हो, मुफ्त शिक्षा पाने का हकदार होता है। इसके लिए स्कूलों को भी जरूरी सुविधाएं और संसाधन दिए जाते हैं।
- कैसे प्राप्त करें: बच्चे सरकारी स्कूलों में जाकर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, जहां उन्हें मुफ्त शिक्षा दी जाती है। स्कूल में प्रवेश के लिए UDISE+ के डेटा का इस्तेमाल भी किया जाता है।
4. राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (Rashtriya Madhyamik Shiksha Abhiyan – RMSA)
यह योजना खासकर माध्यमिक स्तर के स्कूलों (कक्षा 9 से 12) में सुधार लाने के लिए बनाई गई है। इसका उद्देश्य है कि माध्यमिक शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार हो।
- कैसे काम करती है: RMSA के तहत स्कूलों को अतिरिक्त फंड दिए जाते हैं ताकि माध्यमिक शिक्षा की सुविधाओं में सुधार हो। इसके तहत नए स्कूलों का निर्माण, शिक्षकों की भर्ती, और स्कूलों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए फंड दिए जाते हैं।
- कैसे प्राप्त करें: इस योजना का लाभ माध्यमिक स्तर के स्कूल उठाते हैं, और इसके जरिए छात्रों को बेहतर शिक्षा सुविधाएं मिलती हैं।
5. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (Kasturba Gandhi Balika Vidyalaya – KGBV)
यह योजना खासकर लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इसमें ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों की लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा और रहने-खाने की सुविधाएं दी जाती हैं।
- कैसे काम करती है: इस योजना के तहत लड़कियों के लिए आवासीय स्कूल खोले जाते हैं, जहां उन्हें मुफ्त शिक्षा और रहने-खाने की सुविधा मिलती है। इसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों को शिक्षा से जोड़ना और उन्हें सशक्त बनाना है।
- कैसे प्राप्त करें: अगर कोई लड़की ग्रामीण या पिछड़े क्षेत्र से है, तो उसे इस योजना के तहत इन स्कूलों में दाखिला मिल सकता है।
6. राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (National Council of Educational Research and Training – NCERT)
NCERT के तहत शिक्षा की सामग्री और पाठ्यक्रम तैयार किए जाते हैं। यह योजना छात्रों को बेहतर और आधुनिक पाठ्य सामग्री प्रदान करने के लिए बनाई गई है।
- कैसे काम करती है: NCERT किताबें और शिक्षण सामग्री तैयार करती है, जिसे स्कूलों में पढ़ाया जाता है। इसका उद्देश्य छात्रों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देना है।
- कैसे प्राप्त करें: स्कूलों में पढ़ाई के दौरान इस योजना का लाभ सभी छात्रों को मिलता है, खासकर NCERT की किताबों के जरिए।
7. स्वच्छ विद्यालय अभियान (Swachh Vidyalaya Abhiyan)
इस योजना का उद्देश्य है कि हर स्कूल में स्वच्छता बनी रहे। इसके तहत स्कूलों में शौचालय, पानी की व्यवस्था और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
- कैसे काम करती है: इस योजना के तहत स्कूलों को साफ-सफाई के लिए फंड और संसाधन दिए जाते हैं। यह सुनिश्चित किया जाता है कि बच्चों को साफ और स्वस्थ वातावरण मिले।
- कैसे प्राप्त करें: सभी स्कूल इस योजना का हिस्सा होते हैं और बच्चों को स्वच्छ वातावरण में पढ़ने का लाभ मिलता है।
UDISE+ वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म कैसे भरते हैं
अब हम जानेंगे कि UDISE+ वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म कैसे भरते हैं। आपको हर स्टेप को एकदम आसान तरीके से समझाऊंगा, ताकि आप बिना किसी दिक्कत के इसे कर सकें। तो चलिए, शुरू करते हैं!
1. सबसे पहले वेबसाइट खोलें
सबसे पहले दोस्तों, आपको अपने कंप्यूटर या मोबाइल के ब्राउज़र में udiseplus.gov.in वेबसाइट खोलनी है। वहां पर आपको वेबसाइट का होमपेज दिखेगा, जो बहुत ही आसान और साफ-सुथरा है।
- टिप: अगर वेबसाइट ढूंढने में दिक्कत हो, तो आप इसे गूगल में सर्च कर सकते हैं – “UDISE+ Portal” और पहला लिंक ही वेबसाइट का होगा!
2. लॉगिन पेज पर जाएं
जब वेबसाइट खुल जाए, तो आपको ऊपर की तरफ “Login” का बटन दिखाई देगा। उस पर क्लिक करें। अगर आप पहले से ही स्कूल से जुड़े हैं, तो आपके पास लॉगिन आईडी और पासवर्ड होगा।
- टिप: अगर आपके पास लॉगिन आईडी नहीं है, तो स्कूल के प्रिंसिपल या प्रशासन से संपर्क करें ताकि वे आपको सही जानकारी दे सकें।
3. लॉगिन करें
अब दोस्तों, जब आप लॉगिन पेज पर होते हैं, तो वहां पर आपको यूज़रनेम और पासवर्ड डालना होता है। अगर आप पहली बार लॉगिन कर रहे हैं, तो आपका यूज़रनेम स्कूल द्वारा दिया गया होगा और पासवर्ड भी स्कूल से ही मिलेगा। सही जानकारी डालने के बाद “Login” बटन पर क्लिक करें।
- टिप: पासवर्ड डालते समय ध्यान दें कि कैपिटल और स्मॉल लेटर्स का फर्क होता है।
4. ऑनलाइन फॉर्म चुनें
लॉगिन करने के बाद, आपको डैशबोर्ड पर ले जाया जाएगा। वहां आपको कई ऑप्शन दिखाई देंगे। आपको यहां पर “Data Entry” या “Online Form” का ऑप्शन चुनना है, जहां आप स्कूल की जानकारी भर सकते हैं।
- टिप: ध्यान रखें कि आपको सही फॉर्म चुनना है, जैसे कि अगर आपको स्कूल की जानकारी अपडेट करनी है, तो उस ऑप्शन पर जाएं।
5. स्कूल की जानकारी भरें
अब दोस्तों, यह सबसे जरूरी स्टेप है। आपको यहां पर स्कूल से जुड़ी सभी जानकारी भरनी होती है। जैसे:
- स्कूल का नाम
- स्कूल का पता
- छात्रों की संख्या
- टीचर्स की संख्या
- स्कूल में सुविधाएं (जैसे कि लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, खेल का मैदान, टॉयलेट आदि)
यह सारी जानकारी ध्यान से भरें और सुनिश्चित करें कि कुछ भी गलत न हो।
- टिप: अगर कोई जानकारी गलत हो गई, तो आप इसे वापस जाकर सुधार भी सकते हैं, लेकिन कोशिश करें कि पहली बार ही सही जानकारी भरें।
6. फॉर्म सबमिट करें
सारी जानकारी भरने के बाद, आपको “Submit” बटन पर क्लिक करना है। सबमिट करने से पहले एक बार सारी जानकारी फिर से देख लें, ताकि कुछ भी मिस न हो।
- टिप: अगर इंटरनेट कनेक्शन धीमा हो तो थोड़ा धैर्य रखें, क्योंकि कभी-कभी फॉर्म सबमिट होने में समय लग सकता है।
7. कन्फर्मेशन प्राप्त करें
जब आप फॉर्म सबमिट कर देते हैं, तो आपको एक कन्फर्मेशन मैसेज दिखाई देगा, जिसमें लिखा होगा कि आपका फॉर्म सफलतापूर्वक सबमिट हो गया है। कुछ मामलों में आपको ईमेल या मैसेज के जरिए भी कन्फर्मेशन मिल सकता है।
- टिप: सबमिट करने के बाद इस कन्फर्मेशन का स्क्रीनशॉट या प्रिंटआउट निकाल लें, ताकि भविष्य में कोई समस्या हो तो आपके पास सबूत रहे।
8. फॉर्म स्टेटस चेक करें
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपका फॉर्म सही से सबमिट हुआ या नहीं, तो आप डैशबोर्ड पर जाकर “Form Status” ऑप्शन में जाकर यह देख सकते हैं। वहां आपको दिखेगा कि फॉर्म किस स्टेटस में है – सबमिट, पेंडिंग, या फिर अप्रूव्ड।
- टिप: अगर फॉर्म पेंडिंग में है, तो स्कूल प्रशासन से संपर्क करें और जानें कि क्या कोई जानकारी छूटी है जिसे सुधारना है।
9. सुधार (Edit) करने का ऑप्शन
दोस्तों, अगर आपको लगता है कि कोई जानकारी गलत भर गई है, तो परेशान मत होइए! UDISE+ पर आपको सुधारने का मौका मिलता है। लॉगिन करके आप अपने फॉर्म को “Edit” करके सही जानकारी भर सकते हैं।
- टिप: सुधार करते समय ध्यान रखें कि सब कुछ अपडेटेड और सही हो।
10. लॉगआउट करें
आखिर में, जब आपका सारा काम हो जाए, तो “Logout” बटन पर क्लिक करके सुरक्षित तरीके से लॉगआउट करें। इससे आपकी जानकारी सुरक्षित रहेगी और कोई और आपके अकाउंट में लॉगिन नहीं कर पाएगा।
FAQ (Frequently Asked Questions) – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. UDISE+ वेबसाइट क्या है?
दोस्तों, UDISE+ एक सरकारी वेबसाइट है जो देशभर के स्कूलों की जानकारी को इकट्ठा करती है। यहां पर स्कूलों से जुड़े सभी डेटा जैसे छात्रों की संख्या, टीचर्स, स्कूल की सुविधाएं आदि रिकॉर्ड की जाती हैं। यह जानकारी सरकार को शिक्षा की स्थिति सुधारने और नई योजनाएं बनाने में मदद करती है।
2. UDISE+ पर लॉगिन कैसे किया जाता है?
दोस्तों, UDISE+ पर लॉगिन करने के लिए आपको वेबसाइट के होमपेज पर जाना होता है और “Login” बटन पर क्लिक करना होता है। फिर आपको अपना यूज़रनेम और पासवर्ड डालकर लॉगिन करना होगा। अगर आपके पास लॉगिन डिटेल्स नहीं हैं, तो स्कूल प्रशासन से संपर्क करें।
3. UDISE+ पर स्कूल की जानकारी कैसे अपडेट की जाती है?
UDISE+ पर स्कूल की जानकारी अपडेट करने के लिए स्कूल के प्रिंसिपल या प्रशासनिक अधिकारी को लॉगिन करना होता है। लॉगिन करने के बाद, “Data Entry” या “Online Form” सेक्शन में जाकर स्कूल की पूरी जानकारी भरनी होती है और फिर उसे सबमिट किया जाता है। यह प्रोसेस हर साल दोहराया जाता है।
4. UDISE+ पर कौन-कौन सी सेवाएं मिलती हैं?
दोस्तों, UDISE+ वेबसाइट पर स्कूलों की पंजीकरण, रिपोर्ट्स, छात्रों और शिक्षकों की जानकारी, स्कूल सुविधाओं का विवरण, और शिक्षा में सुधार से जुड़ी योजनाएं शामिल होती हैं। यह एक तरह का डेटाबेस है जो स्कूलों की पूरी जानकारी को एक जगह पर उपलब्ध कराता है, जिससे सरकार और लोग इसका उपयोग कर सकें।
5. UDISE+ के जरिए मिड-डे मील योजना कैसे काम करती है?
मिड-डे मील योजना के तहत UDISE+ पर स्कूलों का डेटा भरा जाता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को सही से मिड-डे मील मिल रहा है या नहीं। स्कूल में छात्रों की उपस्थिति और उनकी संख्या को देखते हुए सरकार फंड उपलब्ध कराती है, जिससे बच्चों को पौष्टिक खाना मिल सके।
6. अगर फॉर्म सबमिट करने में कोई गलती हो जाए तो क्या करें?
दोस्तों, अगर UDISE+ पर फॉर्म सबमिट करते समय कोई गलती हो जाए, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप लॉगिन करके अपने फॉर्म को फिर से एडिट कर सकते हैं। इसके लिए “Edit” का ऑप्शन दिया गया है, जिससे आप सुधार कर सकते हैं और सही जानकारी भर सकते हैं।
7. UDISE+ पर किस तरह के स्कूलों की जानकारी होती है?
UDISE+ पर सरकारी, प्राइवेट और सहायता प्राप्त सभी स्कूलों की जानकारी होती है। इसमें छात्रों और शिक्षकों की संख्या, स्कूल की बिल्डिंग की स्थिति, सुविधाएं, और स्कूल में चल रही योजनाओं की जानकारी भी शामिल होती है। यह देश के सभी स्कूलों का एक डेटाबेस है।
8. UDISE+ का इस्तेमाल सरकार कैसे करती है?
दोस्तों, UDISE+ का इस्तेमाल सरकार यह समझने के लिए करती है कि किस क्षेत्र में शिक्षा की स्थिति कैसी है। सरकार इस डेटा का इस्तेमाल योजनाएं बनाने और शिक्षा में सुधार लाने के लिए करती है। इससे यह पता चलता है कि किन स्कूलों को ज्यादा मदद की जरूरत है और किन्हें सुधार की।
9. क्या अभिभावक UDISE+ का इस्तेमाल कर सकते हैं?
हां दोस्तों, अभिभावक भी UDISE+ का इस्तेमाल कर सकते हैं। वे अपने बच्चे के स्कूल की जानकारी जैसे सुविधाएं, टीचर्स की संख्या, और स्कूल की स्थिति देख सकते हैं। इससे उन्हें पता चलता है कि उनके बच्चे का स्कूल किस स्थिति में है और क्या उसमें सुधार की जरूरत है।
10. UDISE+ के फॉर्म का स्टेटस कैसे चेक करें?
अगर आपने UDISE+ पर फॉर्म भरा है और उसका स्टेटस चेक करना चाहते हैं, तो आप लॉगिन करके डैशबोर्ड पर जाएं। वहां आपको “Form Status” का ऑप्शन मिलेगा, जहां आप देख सकते हैं कि आपका फॉर्म सबमिट हुआ है, पेंडिंग है या अप्रूव्ड हो चुका है।
UDISE+ का इतिहास
अब दोस्तों, यह वेबसाइट UDISE+ कैसे बनी, यह जानना भी मजेदार होगा। पहले इसका नाम सिर्फ UDISE था, जो 2012 में शुरू हुई थी। उस समय भी इसका काम यही था, स्कूलों की जानकारी इकट्ठा करना। लेकिन धीरे-धीरे, इसे और बेहतर बनाने की जरूरत महसूस हुई, और 2018 में इसे UDISE+ बना दिया गया।
UDISE+ का मतलब है कि यह पहले से और भी बेहतर है! अब यह पूरी तरह से डिजिटल है, यानी कि ऑनलाइन ही सारी जानकारी भर सकते हैं और देख सकते हैं। पहले जब UDISE था, तब जानकारी भरने और उसे अपडेट करने में समय लगता था, लेकिन UDISE+ में यह सब एकदम फटाफट हो जाता है।
UDISE+ कैसे काम करता है?
अब थोड़ा समझते हैं कि यह वेबसाइट काम कैसे करती है। दोस्तों, जैसे हम स्कूल में अपना होमवर्क करते हैं, वैसे ही हर स्कूल को UDISE+ पर अपना “होमवर्क” करना पड़ता है। स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर इस वेबसाइट पर जाकर स्कूल से जुड़ी सारी जानकारी भरते हैं, जैसे कि कितने बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं, कितने टीचर हैं, और स्कूल में क्या-क्या सुविधाएं हैं।
इसके बाद यह सारी जानकारी सरकार के पास चली जाती है, और सरकार इसे देखकर यह फैसला करती है कि कहाँ-कहाँ सुधार की जरूरत है। यह एक तरह से स्कूल और सरकार के बीच की “कनेक्टिंग लिंक” है, जहां से सब कुछ देखा और समझा जाता है।
UDISE+ का भविष्य
अब आप सोच रहे होंगे कि इस वेबसाइट का भविष्य क्या है? दोस्तों, जैसा कि हम जानते हैं, डिजिटल चीजें दिन-ब-दिन और भी बेहतर होती जा रही हैं। UDISE+ का भी यही हाल है। सरकार इसे और बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है ताकि स्कूलों से जुड़ी सारी जानकारी एकदम सही और ताजा हो।
आने वाले समय में शायद इसमें और भी फीचर्स जुड़ जाएंगे, जैसे कि स्कूलों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट, टीचर्स का रिव्यू, और भी बहुत कुछ। इससे हमें और ज्यादा जानकारी मिल सकेगी और शिक्षा के स्तर को और भी बेहतर बनाया जा सकेगा।
रे देश की शिक्षा प्रणाली को और बेहतर बनाने में मदद करता है, और हम सबको इसका फायदा मिलता है!